
” बन्दे भारत ट्रेनों में गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार का सफर मुश्किल ”
गरीब, मध्यमवर्गीय का लाइफ लाइन कहे जाने वाले भारतीय रेल को मोदी सरकार अब धीरे-धीरे इनसे दूर करते जा रही है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ,पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम, उज्ज्वल कुमार आदि ने कहा कि बन्दे भारत ट्रेनों के स्लीपर, तथा चेयरकार का भाड़ा राजधानी एक्सप्रेस से भी ज्यादा है, जिसमें गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों को सफर करना आसान नहीं है।
नेताओं ने कहा कि गया से हावड़ा साधारण बोगी में जहां गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार केवल 185 रुपया में सीट पर बैठ कर मेल, एक्स्प्रेस ट्रेनों में सफर करते आ रहे हैं, उन्हें बन्दे भारत के चेयरकार में 1300 रुपया देना नामुमकिन है।
नेताओं ने कहा कि देश में शुरू से राजधानी ट्रेनों को सबसे सुपर ट्रेन कहीं जाती थी, अब बन्दे भारत ट्रेन भारत सरकार चला रही है, जिसका किराया राजधानी एक्सप्रेस से भी ज्यादा है।
नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के समय से ही केंद्र सरकार आपदा को अवसर बना कर भारतीय रेल में वर्षो से मिलते आ रही वरिष्ठ नागरिकों, पत्रकारों, खिलाड़ियों को मिलने वाली रियायत को बंद करने से भी गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार के वरिष्ठ नागरिक ट्रेनों से यात्रा करने में उनका आर्थिक एवं मानसिक शोषण तथा वरिष्ठ नागरिकों की सहायतार्थ चलने वाले अटेंडेंट भी नहीं रखते , दुसरी ओर उसी समय से पैसेंजर ट्रेनों के नामों में स्पेशल जोड़ कर एक्स्प्रेस ट्रेनों के बराबर भाड़ा भारतीय रेल किराया वसूल रही है ।
नेताओं ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय रेल मंत्री से बन्दे भारत ट्रेनों के किराया में 50 % की कमी करने, वरिष्ठ नागरिको,खिलाड़ियों, पत्रकारों को पूर्व की भांति रेल किराया में रियायत देने की मांग की है।
भवदीय
विजय कुमार मिट्ठू
त्रिलोकी नाथ डिस्ट्रिक्ट डिवीजन हेड गया
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